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ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
टमाटर को गायब कर छुट्टी पर भेज देना बर्गर किंग का ग्राहकों को धोखा है!
अपने मेनू से टमाटर गायब करने के कारण सब-वे, मैक डॉनल्ड्स जैसे ब्रांड ग्राहकों के निशाने पर थे. ऐसे में अब बर्गर किंग का अपने बर्गर से टमाटर को निकालना चर्चा का विषय बना है. मामले पर बर्गर किंग ने व्यंग्य करते हुए प्रतिक्रिया दी है जिससे ग्राहकों की भावना और आहत हुई है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
हिंदुस्तान के 'टॉयलेट मैन बिंदेश्वर पाठक' छोड़ गए संसार
पाठक का स्वच्छता आंदोलन स्वच्छता सुनिश्चित करता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को रोकता है. ग्रामीण समुदायों तक इन सुविधाओं को पहुंचाने के लिए इस तकनीक को अब दक्षिण अफ्रीका की ओर भी बढ़ा दिया है. ऐसे व्यक्ति का यूं चले जाना, निश्चित रूप से बड़ा अघात है. उनके न रहने की क्षति को कोई पूरा नहीं कर सकता.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
अमरपाल सिंह वर्मा
@10228302757341381
महिलाओं मेंं टीबी के कारण बांझपन का खतरा बढ़ रहा है
पूरी दुनिया मेंं टीबी को जड़ से खत्म करने के उपाय किए जा रहे हैं, फिर भी न केवल टीबी बरकरार है बल्कि यह अन्य रोगों एवं समस्याओं का भी कारण बन रही है. टीबी के कारण महिलाओं मेंं बांझपन का खतरा बढ़ रहा है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
टमाटर को हमेशा हल्के में लिया, अब जो है सामने वो बेवफाओं से उसका इंतकाम है!
पूर्व में ऐसे तमाम मौके आए जब देश की जनता ने टमाटर का तिरस्कार किया. सस्ते के नामपर बार बार उसे अपमान का सामना करना पड़ा. टमाटर का बदलने का न तो कोई मूड था, न इरादा. बात बस इतनी है कि जिस जिसने भी उसका प्यार भुलाया वो अब टमाटर का इंतकाम देख रहा है.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
सैयद तौहीद
@8187076694635826
इंटरनेट आज के विद्यार्थी की जरूरत, लेकिन वहां भी जलवा इंटरटेनमेंट मीडिया का है!
इंटरनेट दुनिया के हर कोने में उपयोगी जानकारियां उपलब्ध कराने की क्रांतिकारी तकनीक है. इसके जरिए लोग किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. उसका आदान-प्रदान कर सकते हैं. यह भी जानना होगा क्यों इंटरनेट का दुरुपयोग हो रहा.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
vinaya.singh.77
@vinaya.singh.77
तो क्या अब ये मान लिया जाए जनसंख्या विस्फोट के मुहाने पर खड़ा हो गया है भारत?
आज जैसे हालात हैं न सिर्फ जनसंख्या नियंत्रण करने वालों को प्रोत्साहन देने की जरुरत है, बल्कि जो इसके विपरीत व्यवहार करे उसे दण्डित करने की भी जरुरत है. आखिर इस प्रकृति पर पेड़ पौधों, जानवरों और पक्षियों का भी उतना ही हक़ है जितना हम इंसानों का.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
क्या केंद्र सरकार की तरफ से जनसंख्या रोकने का कारगर हथियार बनेगा UCC?
सरकार का स्लोगन ‘हम दो हमारे दो’ भी बढ़ती आबादी के समाने फीका पड़ चुका है. इसे कुछों ने अपनाया, तो कईयों ने नकारा? भारत के अलावा इथियोपिया-तंजानिया, संयुक्त राष्ट्र, चीन, नाइजीरिया, कांगो, पाकिस्तान, युगांडा, इंडोनेशिया व मिश्र भी ऐसे मुल्क हैं जहां की स्थिति भी कमोबेश हमारे ही जैसी है. लेकिन इन कई देशों में जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए कानून अमल में आ चुके हैं.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
ब्रजेश
मोदी सरकार के 9 साल: आर्थिक विकास की लंबी छलांग के बाद भी कुछ बड़ी चुनौतियां
भारत के आधे लोग इस साल के अंत तक 30 वर्ष से कम आयु के होंगे. जनसांख्यिकीय लाभांश के लिए हमे दीर्घकालिक निवेश की जरुरत है जो महिलाओं और युवाओं के बीच उच्च बेरोजगारी का समाधान करे. भारत बड़े बदलाव के मुहाने पर है. वैश्विक अनिश्चितताओं के इस अशांत समय में पूरी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रही है.